अस्मिता

हर कोई चाहता है कि उसकी भी कोई अपनी पहचान हो. आज के समाज में नारी के सन्दर्भ में यह बात और भी जरूरी हो जाती है. अस्मिता की तलाश में ही......

17 जुलाई 2015

सवाल

लघुकथा   (सवाल)

प्रस्तुतकर्ता - डॉ. पूनम गुप्त पर शुक्रवार, जुलाई 17, 2015 2 टिप्‍पणियां:
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लेबल: ईद, कहानी, डॉ. पूनम गुप्त, लघु कथा, सवाल
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डॉ. पूनम गुप्त
पटियाला, पंजाब, India
कविता, ग़ज़ल, लघुकथा लेखन में रूचि. प्रकाशित रचनाएं : (१) कल भी था और आज भी है --- (ग़ज़ल-संग्रह) (२) गुरु गोबिंद सिंह कृत 'कृष्णावतार' का सौंदर्य-दर्शन (शोध-प्रबंध )
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