धीरे धीरे तुम्हें भुलाना सीखेंगे .
अपने मन को भी समझाना सीखेंगे.
पढ़ पाए न कोई खुली किताबों सा
चेहरे का हर भेद छुपाना सीखेंगे.
तुम भी करवट बदल बदल के रात बिताओ
हम भी तेरी नीद उड़ाना सीखेंगे.
तुम्हे दिखायेंगे न मन के ताने बाने
खुद अपनी उलझन सुलझाना सीखेंगे.
बहुत सजाये 'पूनम' पलकों पे मोती
अब होठों पे चाँद सजाना सीखेंगे.