नया साल आया है फिर से
सबके लिए ये हो आदर्श.
नये साल में सत्य अहिंसा
हो सबका जीवन-निष्कर्ष.
भूल जाएँ सब रंजोगम को
मिलजुल करें विचार विमर्श.
सुख-समृधि , धान्य-धन बढ़े
मधुर बने जीवन संघर्ष.
सुख-चैन रहे सभी दिलों में
गाएँ मिल सब गीत सहर्ष.
हे प्रभु! यही विनती हमारी
मंगल मय हो यह नव-वर्ष.
आदरणीया डॉ. पूनम गुप्त जी
जवाब देंहटाएंसादर अभिवादन !
हे प्रभु! यही विनती हमारी
मंगल मय हो यह नव-वर्ष !
इतनी सुंदर कविता ! इतने सुंदर भाव ! बहुत अच्छा लगा आपके यहां आ'कर …
आपको भी
~*~नव वर्ष २०११ के लिए हार्दिक मंगलकामनाएं !~*~
मेरे शब्दों में -
नवल सूर्य नव वर्ष का, दे स्नेहिल संस्पर्श !
पल-प्रतिपल हो हर्षमय, पथ-पथ पर उत्कर्ष !!
शुभकामनाओं सहित
- राजेन्द्र स्वर्णकार
bahut sundar bhav.
जवाब देंहटाएंhappy new year 2011.
मेरे ब्लॉग पर आने और टिप्पणी के लिए समय निकालने के लिए आपका बहुत -बहुत धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंबेहतरीन एवं प्रशंसनीय प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंहिन्दी को ऐसे ही सृजन की उम्मीद ।
धन्यवाद....
satguru-satykikhoj.blogspot.com
आप अपने ब्लाग की सेटिंग मे(कमेंट ) शब्द पुष्टिकरण ।
जवाब देंहटाएंword veryfication पर नो no पर
टिक लगाकर सेटिंग को सेव कर दें । टिप्प्णी
देने में झन्झट होता है । अगर न समझ पायें
तो rajeevkumar230969@yahoo.com
पर मेल कर देना ।
satguru-satykikhoj.blogspot.com
माननीय राजीव जी,मेरे ब्लॉग पर आने और टिप्पणी के लिए समय निकालने के लिए आपका बहुत -बहुत धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंऔर हाँ, बहुमूल्य सुझाव के लिए भी शुक्रिया.
जवाब देंहटाएंडॉ. पूनम गुप्त जी,
जवाब देंहटाएंआपके ब्लॉग की फीड सही कार्य नहीं कर रही है, इसकी बजह से आपको अपना ब्लॉग किसी भी ब्लॉग एग्रीगेटर में लगाने में दिक्कत होगी, कृपया इस परेशानी को ठीक करें|
पुनामजी देरी से आने के लिए माफ़ी चाहते है
जवाब देंहटाएंआपको नया वर्ष मंगलमय हो और
गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर आप को ढेरों शुभकामनाये
बहुत -बहुत धन्यवाद!
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