21 मार्च 2011

तेरी याद

कुछ  फूल  मुरझाने  पर  भी ,

बरसों गुज़र जाने पर भी

नही छोड़ते  अपना चटख  रंग 

अपनी महक ,  अपनी सुगंध. 


तेरी याद की तरह .....



5 टिप्‍पणियां:

  1. कम शब्द मगर अच्छा लिखा.keep it up.

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  2. मेरे ब्लॉग पर आने और टिप्पणी के लिए समय निकालने के लिए आपका बहुत -बहुत धन्यवाद .

    जवाब देंहटाएं
  3. व्यस्तता के कारण देर से आने के लिए माफ़ी चाहता हूँ.

    आप मेरे ब्लॉग पे पधारे इस के लिए बहुत बहुत धन्यवाद् और आशा करता हु आप मुझे इसी तरह प्रोत्सन करते रहेगे
    दिनेश पारीक

    जवाब देंहटाएं
  4. व्यस्तता के कारण देर से आने के लिए माफ़ी चाहता हूँ.

    आप मेरे ब्लॉग पे पधारे इस के लिए बहुत बहुत धन्यवाद् और आशा करता हु आप मुझे इसी तरह प्रोत्सन करते रहेगे
    दिनेश पारीक

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  5. व्यस्तता के कारण देर से आने के लिए माफ़ी चाहता हूँ.

    आप मेरे ब्लॉग पे पधारे इस के लिए बहुत बहुत धन्यवाद् और आशा करता हु आप मुझे इसी तरह प्रोत्सन करते रहेगे
    दिनेश पारीक

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मेरे ब्लॉग पर आने के लिए, बहुमूल्य समय निकालने के लिए आपका बहुत -बहुत धन्यवाद!
आपकी प्रतिक्रिया मुझे बहुत प्रोत्साहन देगी....